शाम होते होते स्वामी अच्युतानंद भवानीपुर पहुंचे। ठाकुर विशम्भरनाथ की हवेली पर उनका बड़ा भव्य स्वागत हुआ। ठाकुर साहब ने खुद अपनी रीत के अनुसार स्वामी अच्युतानंद के चरण पखारे। अच्युतानंद ...

Chapter

×